सोमवार, 15 सितंबर 2008

क्या हुआ है देश को.....

दिल्ली में बम विष्फोट क्या हुए लोगो को मुद्दा मिल गया अपने अपने विचारों को परकत करने का.....सरकार निक्कमी है....पुलिस बेकार है.....हमारी वयवस्था ही ख़राब है...आदि आदि....लेकिन इससे क्या होगा....इन्हे कोसने से अपने दिल को भले ही शान्ति मिले पर होना जन कुछ नही है......अगर वास्तव में इन घटनाओं को रोकना है तो अब हमे जागना होगा...यदि नागरिक जाग जाएगा ,आंतकवाद अपने आप भाग जाएगा....ये मेरा वादा है...रजनीश परिहार...बीकानेर राजस्थान.....

4 टिप्पणियाँ:

hradesh 11 अक्तूबर 2008 को 4:28 pm बजे  

thanks rajnish ji aapne jo mere or dhirendra ji ke mat mein vote diya.

राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर 12 अक्तूबर 2008 को 11:08 am बजे  

यशवंत जी की पोस्ट पर मेरी टिप्पणी पढ़ लीजियेगा. आपके अनुरोध पर विचार करेंगे पर तब तक टिप्पणी से ही मूंग दलेंगे.

राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर 25 अक्तूबर 2008 को 12:01 am बजे  

रजनीश जी आप या तो अपने पोस्ट फॉण्ट को थोड़ा बड़ा कर देन या बैक-ग्राउंड का रंग बदल देन. पढने में दिक्कत होती है.
कृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा दें.

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर 18 नवंबर 2008 को 8:48 pm बजे  

aji saheb aap bhee hain kya. namaskar, yahan aakar to maja aa gya. narayan narayan